
***हमारे आंसूं पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं,उनकी इस अदा से वो दिल को चुराते हैं,हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को,इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं.......!!!***

***मुझसे जब भी मिलो तो नज़रें उठा के मिला करो,मुझे पसंद है अपने आप को तेरी आँखों में देखना…...!!!***

***सारी दुनिया की खुशी अपनी जगह,उन सबके बीच तेरी कमी अपनी जगह…..!!!***

***जब से देखा है तेरी आँखो मे झाँक कर,कोई भी आईना अच्छा नही लगता,तेरी मोहब्बत मे ऐसे हुए है दीवाने,तुम्हे कोई और देखे तो अच्छा नही लगता........!!!***

तेरे हुस्न को परदे की ज़रुरत ही क्या है,कौन होश में रहता है तुझे देखने के बाद…....!!!

***अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो,हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं........!!!***

***खुदासे बस आपकी ख़ुशी मांगतें हैं, दुआओं में आपकी हसीं मांगतें हैं, सोचतें हैं आपसे क्या मांगे, चलो आपसे उम्र भर की मोहब्बत मांगतें हैं।***

***सबने मांगा उन्हें हम ना मिले हमने मांगा उन्हें गम ना मिले अगर खुशी मिलती है उन्हें हमसे जुदा होकर तो दुवा करे उन्हें कभी हम ना मिले***

***पूछते थे ना कितना प्यार है हमें तुम से,लो अब गिन लो… ये बूँदें बारिश की…...!!!***

सबने मांगा उन्हें हम ना मिले हमने मांगा उन्हें गम ना मिले अगर खुशी मिलती है उन्हें हमसे जुदा होकर तो दुवा करे उन्हें कभी हम ना मिले

***दिलो जान से करेंगे हिफ़ाज़त तेरी,बस एक बार तू कह दे कि, मैं अमानत हूं तेरी.....!!!***

***ज़िंदा रह के तो मैं ख़ामोश नहीं हो सकता, यानी अहसान फ़रामोश नहीं हो सकता ! यह अलग बात कि इक बार हरा दे वो मगर, फिर भी कछुआ कभी ख़रगोश नहीं हो सकता !***

***ज़िंदा रह के तो मैं ख़ामोश नहीं हो सकता, यानी अहसान फ़रामोश नहीं हो सकता ! यह अलग बात कि इक बार हरा दे वो मगर, फिर भी कछुआ कभी ख़रगोश नहीं हो सकता !***

***फूल खिलतें हैं बहारों का समा होता है, ऐसे मौसम में ही तो प्यार जमा होता है, दिल की बातें होठों से नही कहते हैं, ये फ़साना तो निगाहों से बयां होता है।***

हर फैसला किया नही जाता सिक्का उछाल के, ये दिल का मामला होता है जरा देख-भाल के तुम क्या जानो हमे तुमसे कितनी मोहब्बत है, कहो तो अभी रख दूँ अपना कलेजा निकल के।

***लोग देखेंगे तो अफ़साना बना डालेंगे,यूँ मेरे दिल में चले आओ की आहट भी न हो......!!!***

***वो न आए उनकी याद वफ़ा कर गई,उनसे मिलने की चाह सुकून तबाह कर गई,आहट दरवाज़े की हुई तो उठकर देखा,मज़ाक हमसे हवा कर गई....!!!***

***दोनों जानते है के, हम नहीं एक-दूसरे के नसीब में,फिर भी मोहब्बत दिन-ब-दिन बे-पनाह होती जा रही है.......!!!***

***अजीब सी बेताबी है तेरे बिना,रह भी लेते है और रहा भी नही जाता…..!!!***

हमें आदत नहीं हर एक पे मर मिटने की,तुझे में बात ही कुछ ऐसी थी दिल ने सोचने की मोहलत ना दी.....!!!

***मैं लोगों से मुलाक़ातों के लम्हे याद रखता हूँ मैं बातें भूल भी जाऊं तो लहजे याद रखता हूँ ज़रा सा हट के चलता हूँ ज़माने की रवायत से जो सहारा देते हैं वो कंधे हमेशा याद रखता हूँ***

***जब से देखा है तेरी आँखो मे झाँक कर, कोई भी आईना अच्छा नही लगता, तेरी मोहब्बत मे ऐसे हुए है दीवाने, तुम्हे कोई और देखे तो अच्छा नही लगता……..!!!***

***जाने कब आपसे प्यार का इज़हार होगा, जाने कब आपको हमसे प्यार जोगा, गुजर रही हैं आपकी ही याद में ये रातें, जाने कब आपको भी हमारा इंतज़ार होगा।***

***कुछ खास नहीं इन हाथों की लकीरों में,मगर तुम हो तो एक लकीर ही काफी है…...!!!***

तु मिल गई है तो मुझ पे नाराज है खुदा,कहता है की तु अब कुछ माँगता नहीं है.....!!!

***अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे,हर खवाब मे बुलाया है तुझे,क्यू न करे याद तुझ को,जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे........!!!***

***दिल की किताब में गुलाब उनका था,रात की नींद में ख्वाब उनका था,कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,मर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था......!!!***

***कह दो अपने दांतों को, क़ि हद में रहें,तेरे लबों पे बस मेरे लबों का हक़ है…...!!!***

***अब हम न तुम्हे खोना चाहते हैं, अब न तुम्हारी यादों में रोना चाहतें हैं, बस तुम्हारा साथ मिले हमे हर पल, अब बस इतनी सी बात तुमसे कहना चाहते हैं।***

चांद रोज़ छत पर आकर इतराता बहुत था,कल रात मैंने भी उसे तेरी तस्वीर दिखा दी........!!!

***ख्वाबो को देख कर ख्याल बदल जाते है, होठो को देख कर मुस्कान बदल जाते है। हम उनकी तारीफ क्या करे, जो नया दोस्त मिलने पर पुराने को भूल जाते है।।।***

***कोई अजनबी ख़ास हो रहा है,लगता है फिर प्यार हो रहा है.........!!!***

***कभी हँसा देते हो तुम,कभी रुला देती हो तुम, कभी कभी नींद से जगा देती हो तुम, लेकिन जब भी हमे दिल से याद करती हो, तो सच में हमारी जिंदगी का एक पल बड़ा देती हो तुम।***

***क़यामत टूट पड़ती है ज़रा से होंठ हिलने पर,जाने क्या हस्र होगा जब वो खुलकर मुस्कुरायेंगे.......!!!***

तू चाँद और मैं सितारा होता,आसमान में एक आशियाना हमारा होता,लोग तुम्हे दूर से देखते,नज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता......!!!

***जिंदगी आ बैठ, ज़रा बात तो सुन,मुहब्बत कर बैठा हूँ, कोई मशवरा तो दे......!!!***

***हम तो आँखों में संवरते हैं, वही संवरेंगे,हम नहीं जानते आईने कहाँ रखें हैं….....!!!***

***शान से हम तेरे दिल में रहेंगे,तेरी मोहब्बत पे जान निसार करेंगे,देख के जलेंगी हमे दुनिया सारी,इस कदर बे-पनाह तुझे प्यार करेंगे......!!!***

***कुछ ऐसा अंदाज था उनकी हर अदा में,के तस्वीर भी देखूँ उनकी तो खुशी तैर जाती है चेहरे पे......!!!***

कितनी ख़ूबसूरत हो जाती है दुनिया,जब कोई अपना कहता है की तुम बहुत याद आ रहे हो.......!!!

***हर फैसला किया नही जाता सिक्का उछाल के, ये दिल का मामला होता है जरा देख-भाल के तुम क्या जानो हमे तुमसे कितनी मोहब्बत है, कहो तो अभी रख दूँ अपना कलेजा निकल के।***

***ए खुदा उन्हे हमेशा खुश रखना जिन्हे,हम तुमसे भी पहले याद किया करते है......!!!***

***हमारी तडप तो कुछ भी नहीं है हुजुर,सुना है कि आपके दिदार के लिए तो आइना भी तरसता है…...!!!***

***मै उसको चाँद कह दू ये मुमकिन तो है,मगर... लोग उसे रात भर देखें ये मुझे गवारा नहीं…..!!!***

तेरी आवाज़ से प्यार है हमें,इतना इज़हार हम कर नहीं सकते,हमारे लिए तू उस खुदा की तरह है,जिसका दीदार हम कर नहीं सकते….....!!!

***न गुलफाम चाहिये, न कोई सलाम चाहिये, मोहब्बत का बस कोई पैगाम चाहिये, और जिसको पीकर उड़ जायें होश हमारे, हमारे ल्वजो को तो ऐसा ज़ाम चाहिये।***

***ख्वाबो को देख कर ख्याल बदल जाते है, होठो को देख कर मुस्कान बदल जाते है। हम उनकी तारीफ क्या करे, जो नया दोस्त मिलने पर पुराने को भूल जाते है।।।***

***पहली मुलाकात थी और हम दोनों ही बेबस थे,वो अपनी जुल्फें न संभाल पाए और हम खुद को…...!!!***

***जब किसी रात आपको किसी की याद सताए, और ठंडी हवा आपके बालों को सहलाये, तो अपनी आँखे बन्द करके सो जाना, और चुपके से हम आपके ख्वाबो में आ जायें।***

एक बार उसने कहा था,मेरे सिवा किसी से प्यार ना करना,बस फिर क्या था,तबसे मोहब्बत की नजर से हमने खुद को भी नहीं देखा.....!!!

***खुदा करे, सलामत रहें दोनों हमेशा,एक तुम और दूसरा मुस्कुराना तुम्हारा.....!!!***

***क्यू बार बार ताकते हो शीशे को,नज़र लगाओगे क्या मेरी इकलौती मुहब्बत को…..!!!***

***जब से देखा है तेरी आँखो मे झाँक कर, कोई भी आईना अच्छा नही लगता, तेरी मोहब्बत मे ऐसे हुए है दीवाने, तुम्हे कोई और देखे तो अच्छा नही लगता……..!!!***

***मैं लोगों से मुलाक़ातों के लम्हे याद रखता हूँ मैं बातें भूल भी जाऊं तो लहजे याद रखता हूँ ज़रा सा हट के चलता हूँ ज़माने की रवायत से जो सहारा देते हैं वो कंधे हमेशा याद रखता हूँ***